लेनेका उदुब् गमनङ (संख्या वाचक विशेषण ) :- मेता च नङमेता रअ: लेनेका उदुब् तन टुङको गे लेनेका उदुब् गमनङ कजिओ तना ।
( संज्ञा या सर्वनाम की संख्या बताने वाले शब्दों को ही संख्या वाचक विशेषण कहते हैं ।)
लेनेका उदुब् गमनङ ओड़ो: बरतअ: रे हटिङकना :-
१. मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ (निश्चित संख्या वाचक विशेषण )
२. का मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ ( अनिश्चित संख्या वाचक विशेषण )
1 . मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ (निश्चित संख्या वाचक विशेषण ) :- मेता च नङमेता रेअ: सुपट लेनेका उदुब्तन टुङको गे मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ कजिओ: तना ।
( संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित संख्या का बोध कराने वाले शब्दों को निश्चित संख्या वाचक विशेषण कहते हैं । )
चिल्का ( जैसे ) :-
मियद्, बरिया, अपिया, उपुनिया..........।
मिद्, बर, अपि, उपुन..........।
मिमियद्, बबारिया, अपापिया, उपुपुनिया....।
मियद् गलेद्, बरिया गलेद्, अपिया गलेद्, उपुनिया गलेद,.....।
१. बरिया लद् ओमइपे ।
( उसे दो रोटियाँ दे दो ।)
२. उपुन होड़ो को कमितना ।
( चार आदमी काम कर रहे हैं ।)
३. मोमोड़ेया लद् ओमाकोपे।
( उन्हें पाँच -पाँच रोटियाँ दे दो ।)
४. बरसा गलेद् को होसोड़ो कि:इञा ।
(उन्होंने मुझे दो-दो बार धोखा दिया ।)
2 . का मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ (अनिश्चित संख्या वाचक विशेषण) :- मेता च नङमेता रअ: लेनेका ओको टुंङको ते सुपट का मुंडिओ तना, एना गे का मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ कजिओ: तना।
( संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित संख्या का बोध जिन शब्दों से नहीं होता है, उसे अनिश्चित संख्या वाचक विशेषण कहते हैं ।)
चिल्का ( जैसे) :-
गोटा ओड़अ: ।
( पूरा परिवार )
तारा टका।
( कुछ रूपया )
पुरअ: जोजो ।
( बहुत खट्टा )
संगि होड़ोको ।
( बहुत आदमी )
सोबेन होनको ।
( सब बच्चे )
हुड़िङ मंडि ।
( थोड़ा खाना )
नेतअ: रे गोटा, तारा, पुरअ:, संगि, सोबेन ओड़ो: हुड़िङ टुङको ते सुपट लेनेका रअ: मुडि का नमो: तना। एनाते नेअको जोतो का मुंडिअन लेनेका उदुब् गमनङ तनअ: ।
( यहाँ पर गोटा, तारा, पुरअ:, संगि, सोबेन और हुड़िङ शब्दों से निश्चित संख्या का बोध नहीं होता है । इसलिए ये सभी शब्द अनिश्चित संख्या वाचक विशेषण हैं । )
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