1.
सुपट
मेता (व्यक्ति वाचक संज्ञा) :-
जेता
मियद् जिउ, जिनिस च टयद्
रेअ: नुतुम गे सुपट मेता कजिओ:तना।
(जिससे
किसी एक प्राणी, वस्तु या स्थान
के नाम का बोध होता है, उसे व्यक्ति वाचक संज्ञा कहते हैं)
चिल्का
(जैसे) :-
१. बिरसा मंडिए जोमतना।
(बिरसा खाना खा रहा है।)
२. बइबल मियद् धरम पुथि
तनअ:।
(बइबल एक धर्म ग्रंथ है।)
३.
खुँटी रेको पीटिअ।
(खुँटी में बाजार लगता है।)
चेतन रेअ: बकंड़ाको रे
बिरसा, बइबल, खुँटी,
मिमियद् जिउ, जिनिस ओड़ो: टयद् रेअ: नुतुमको तनअ:।
एना मेन्ते बिरसा, बइबल ओड़ो: खुँटी सुपट मेता को तनअ:।
(ऊपर के वाक्यों में
बिरसा, बइबल, और
खुँटी से क्रमश: एक-एक व्यक्ति, वस्तु और स्थान के नाम का
बोध होता है। इसलिए बिरसा, बइबल और खुँटी व्यक्ति वाचक संज्ञा
है।)
एटअ: जोनोकाको :-
सोमा = सोमा रबङ सा = शीत ऋतु
बइबल = बइबल ताजना गाड़ा = ताजना नदी
कुरान = कुरान खुँटी शहर = खुँटी शहर
मागे चड़ु: = माघ महीना भारत देश = भारत देश
सुकन बुरू = सुकन पहाड़ जरगि सा = वर्षा ऋतु
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