बेड़ा

( काल )

उदम रिकाओ: च होबाओ: तन रे, सोनो: तन सोमय गे बेड़ा कजिओ: तना।

( क्रिया के करने या होने में जा समय लगता है, उसे काल कहते हैं ।)

 

बेड़ा रेअ: हनटिङ

( काल के भेद )

बेड़ा अपितअ: रे हटिङाकना :-

1 . नेमन बेड़ा ( वर्त्‍तमान काल )

2 . होलामन बेड़ा ( भूत काल )

3 . गपामन बेड़ा ( भविष्‍यत् काल )

 

1 . नेमन बेड़ा ( वर्त्‍तमान काल )

ओकोअ ते उदम निमतङ होबाओ: तन रअ मुंडि नमो:तना, एनागे नेमन बेड़ा कजिओ: तना।

( जिससे क्रिया के वर्त्‍तमान समय मं हीेने का बोध होता है, उसे वर्त्‍तमान काल कहते है ।)

चिल्‍का ( जैसे ) :-

१ . ओलतनाए:।

 ( लिख रहा है।)

२ . जोम तनाए: ।

 ( खा रहा है ।)

नेमन बेड़ा ओड़ो: अपितअ: रे हटिङाकना :-

१ . सोंगड़ा नेमन बेड़ा ( सामान्‍य वर्त्‍तमान काल )

२ . हलि नेमन बेड़ा ( तात्‍कालिक वर्त्‍तमान काल )

३ . होबाजन नेमन बेड़ा ( पूर्ण वर्त्‍तमान काल )

सोंगड़ा नेमन बेड़ा ( सामान्‍य वर्त्‍तमान काल )  :- ओकोअ ते उदम निमतड़ होबाओ: तन रअ: मुंडि नमो: तना, एना सोंगड़ा नेमन बेड़ा कजिओ: तना। सोंगड़ा ने मन बेड़ा रअ: मुंडि “जअ: इ” ओड़ो: “जद्” ते नमो: तना।

( जिससे क्रिया का वर्त्‍तमान में होने का बोध होता है, उसे सामान्‍य वर्त्‍तमान काल कहते है। सामान्‍य वर्त्‍तमान काल का बोधक प्रत्‍यय “जअ:” और “जद् है ।)

क्रि० + आस्‍पद + व्‍य० सर्व०

लेल + जअ:/जदा + अइञ्

पुरुष      एक वचन             द्वि वचन                            बहु वचन

उ०पु०    लेल जअ: अइञ      लेल जअ:इलङ/अलिड़          लेल जअ:इ अले ।

         (मैं उनको देख रहा हुँ) (हम दोनों उनको देख रहे है) (हम लोग उनको देख रहे हैं)

 

म० पु०  लेल जअ: इ अम।      लेलजअ: इअबेन।                लेलजअ:इअपे ।

         (तुम उनको देख रहे हो) (तुम दोनों उनको देख रहे हैं) ( वे लोग उनको देख रहे हैं)

 

अ०पु०  लेल जअ: इ अए:।       लेल जअ:इ अकिन।              लेल जअ:इअको ।

         (वह उनको देख रहा है) (वे दोनों उनको देख रहे हैं)     ( वे लोग उनको देख रहे हैं)

 

२ . हलि नेमन बेड़ा (तात्‍कालिक वर्त्‍तमान काल) :- ओकोअ ते उदम निमतङ एटे: जनते नाअ: जकेद् सेसेन तन गेअ: मुंडिओ: तना, एना हलि नेमन बेड़ा कजिओ: तना। हलि नेमन बेड़ा रअ: मुंडि “तना” ती/ते तना, ते नमो: तना।

(जिस से क्रिया का वर्त्‍तमान काल में आरम्‍भ होकर अब तक क्रिया व्‍यापार के होने का बोध होता है, उसे तात्‍कालिक वर्त्‍तमान काल कहते हैं।तात्‍कालिक वर्त्‍तमान काल का बोध तना, ती/ते तना के द्वारा होता है।)

क्रि० + तन +व्‍य० सर्व०

सेन/सेनो: + तन + अइञ

पुरुष       एक वचन                   द्वि वचन                 बहु वचन

उ०पु     सेन/ सेनों:तनाअञ्।     सेन/सेनो:तनालिङ     सेन/सेनो: तनाले/बु ।

            (मैं जा रहा हुँ)           (हम दोनों जा रहे हैं)    (हम लोग जा रहे हैं)

 

म०पु०   सेन/सेना:तनाम।         सेन/सेनो: तनाबेन।      सेन/सेनों: तनापे ।

          (तुम जा रहे हो)           (तुम दोनों जा रहे हो)   (तुम लोग जा रहे हो)

 

अ०पु   सेन/सेनो: तनाए:।       सेन/सेनो: तना किन।      सेन/सेनो: तना को।

         (वह जा रहा है)         (वे दोनों जा रहे हैं)          (वे लोग जा रहे हैं)

 

कर्म० + व्‍य० सर्व० + क्रि०       +  तना

राँची + अइञ       + सेन/सेनो:  + तना

 

पु‍रुष        एक वचन                    द्वि वचन                         बहु वचन

उ०पु    राँचीअञ सेन/सेनो: तना।   राँची लिङ सेन/सेनो: तना।  राँची ले सेन/ सेनो: तना।

             (मैं राँची जा रहा हूँ)       (हम दोनों राँची जा रहे हैं)    (हम सब राँची जा रहे हैं)

 

म०पु   राँचीम सेन/सेनो: तना।   राँची बेन सेन/सेनो: तना।     राँचीपे सेन/सेनो: तना।

        (तुम राँची जा रहे हो)      (तुम दोनों राँची जा रहे हो)  (तुम लोग राँची जा रहे हो)

 

अ०पु   राँचीए सेन/सेनो: तना।    राँचीकिन सेन/सेनो: तना।    राँचीको सेन/सेनो: तना।

         (वह राँची जा रहा है)      (वे दोनों राँची जा रहे हैं)       (वे लोग राँची जा रहे हैं)

 

विकल्‍य –

क्रि०  +  ती/ते  +  व्‍य० सर्व०   +  आस्‍पद्

इनुङ  + ती/ते  + अइञ       +  तना

पु‍रुष           एक वचन           द्वि वचन                          बहु वचन

उ०पु      इनुङ तीइञ तना।    इनुङ तेलिङ/तेलङ तना।    इनुङ तेले/तेबु तना)

          (मैं खेलने जा रहा हूँ)  (हम दोनों खेलने जा रहे हैं)  (हम लोग खेलने जा रहे हैं।)

 

म०पु    इनुङ तेम तना।         इनुङ तेबेन तना।             इनुङ तेपे तना।

        (तुम खेलने जा रहे हो) (तुम दोनों खेलने जा रहे हो) (तुम लोग खेलने जा रहे हो)

 

अ०पु   इनुङ ती तना।        इनुङ तेकिङ/तेकिन तना।    इनुङ तेको तना।

       (वह खेलने जा रहा है) (वे दोनों खेलने जा रहे हैं)    (वे लोग खेलने जा रहे हैं)

 

कर्म   +   ती/ते   +   व्‍य० सर्व०    +    आस्‍पद्

राँची   +  ती/ते   +   अइञ      +     तना

पुरुष           एक वचन         द्वि वचन                      बहु वचन

उ०पु०    राँची तीइञ तना।   राँची तेलिङ/तेलङ तना।   राँची तेले/तेबु तना।

         (मैं राँची जा रहा हुँ)  (हम दोनों राँची जा रहे हैं)   (हम लोग राँची जा रहे हैं)

 

म०पु   राँची तेम तना।        राँची तेबेन तना।               राँची तेपे तना।

        (तुम राँची जा रहे हो) (तुम दोनों राँची जा रहे हो) (तुम लाग राँची जा रहे हो)

 

अ०पु   राँची ती तना।        राँची तेकिङ/तेकिन तना।    राँची तेको तना।

       (वह राँची जा रहा है) (वे दोनों राँची जा रहे हैं)    (वे लोग राँची जा रहे हैं)

 

३ . होबाजन  नेमन बेड़ा ( पूर्ण वर्त्‍तमान काल) :- ओकोअ: ते उदम ने:गे चबाकनअ: मुंडिओ: तना, एना होबाजन नेमन बेड़ा कजिओ: तना। होबाजन नेमन बेड़ा रअ: मुंडि गनतिन “अकना” ते नमो: तना।

(जिस से क्रिया का वर्त्‍तमान समय में पूरा हो ने का बाध होता है, उसे पूर्ण वर्त्‍तमान काल कहते हैं। पूर्ण वर्त्‍तमान काल का बोध “अकना” आस्‍पद् के द्वारा होता है)

क्रि०   +   आस्‍पद्   +   व्‍य० सर्व०

दुब   +    अअकन   +  अइञ

पुरुष     एक वचन             द्वि वचन             बहु वचन

उ०पु०   दुबाकनाइञ।     दुबाकनालङि/लिङ   दुबाकनाले/ब।

           (मैं बैठा हूँ)         (हम दोनों बैठे हैं)      (हम लोग बैठे हैं)

 

म०पु   दुबाकनाम।        दुबाकनाबेन ।           दुबाकनापे।

        (तुम बैठे हो)       (तुम दोनों बैठे हो)     (तुम लोग बैठे हो)

 

अ०पु   दुबाकनाए:।     दुबाकनाकिन/किङ।    दुबाकनाको।

         (वह बैठा है)     (वे दोनों बैठे हैं)          (वे लोग बैठे हैं)

 

कर्म   + रे   +   व्‍य० सर्व  +  क्रि० +  आस्‍पद्

गंडु   +  रे  +  अइञ       +  दूब  + अकना।

पुरुष        एक वचन               द्वि वचन                      बहु वचन

उ०पु०    गंडु रेइञ दुबाकना।   गंडु रेलिङ/दुबाकना।      गंडु रेले/रेबु दुबकना।

           (मैं पीढे पर बैठा हूँ)     (हम दोनों पीढे पर बैठे हैं) (हम लोग पीढे पर हैं)

 

म०पु०  गंडु रेम दुबाकना ।     गंडु रेबेन दुबाकना।          गंडु रेपे दुबाकना।

         (तुम पीढे पर बैठे है)  (तुम दोनों पीढे पर बैठे हैं)  (तुम लोग पीढे पर बैठे हैं)

 

अ०पु०  गंडु रेए: दुबाकन।   गंडु रेकिन/रेकिङ दुबाकना।  गंडु रेको दुबाकना।

         (वह पीढे पर बैठे है)  (वे दोनों पीढे पर बैठे हैं)       (वे लोग पीढे पर बैठै हैं)

 

2 . होलामन बेड़ा ( भूत काल )

ओकोअ ते उदम सेनों: जन समय रे होबाजन रअ: मुंडि नमों: तना, एना होलामन बेड़ा कजिओ: तना।

( जिस से क्रिया के बीते हुए समय में होने का बोध होता है, उसे भूत काल कहते है)

चिल्‍का ( जैसे ) :-

१ . मंडिञ जोमाकदा ।

( मैं खाना खाया है)

२ . राँचीञ सेनाकना।

   ( मैं राँची गया है)

 

होलामन बेड़ा ओड़ो: मोढे तअ: रे हटिङाकना :-

१ . सोंगड़ा होलामन बेड़ा ( सामान्‍य भूत काल )

२ . हलि होलामन बेड़ा ( तात्‍कालिक भूत काल )

३ . होबाजन होलामन बेड़ा (आसत्र भूत काल )

४ . होबाकन होलामन बेड़ा ( पूर्ण भूत काल )

. होबा अयर लेन होलामन बेड़ा ( पूर्व पूर्ण कालिक भूतकाल )

 

१ . सोगड़ा होलामन बेड़ा ( सामान्‍य भूत काल ) :- ओकोअ  ते उदम सेनो: जन समय रे चबाजन रअ: मुंडि नमों: तना, एना सोंगड़ा होलामन बेड़ा कजिओ:तना । ने बेड़ा रअ: मुडि गनतिन “केदा, जना ओड़ो: ती/ते जना” ते नमो: तना।

( जिस से क्रिया के भूत काल में होने का बोध हो, उसे सामान्‍य भूत काल कहते हैं। इस काल का बोध प्रत्‍यय “केदा, जना और ती/ते जना” के द्वारा होता है)

क्रि०   +   केद्    +   व्‍य० सर्व०

लेल   +   केद्    +    अइञ्

पुरुष        एक वचन             द्वि वचन                       बहु वचन

उ०पु      लेल केदाइञ्      लेल केदालङ/केदालिङ।     लेल केदाले/केदाबु।

          (मैने देख लिया)    (हम दोनों ने देख लिया)       (हम लोगों ने देख लिया)

 

म०पु०   लेल केदाम।          लेल केदाबेन।                   लेल केदापे।

         (तुमने देख लिया)   (तुम दोनों ने देख लिया)      (तुम लोगों ने देख लिया)

 

अ०पु    लेल केदाए:।       लेल केदाकिन/केदाकिङ।    लेल केदाको।

          (उसने देख लिया)  (उन दोनों ने देख लिया)    ( उन लोगों ने देख लिया)

 

कर्म       +   व्‍य० सर्व०    +   क्रि०   +   केदा।

ओड़अ:  +   अइञ्        +   लेल      + केदा ।

पुरुष         एक वचन                             द्वि वचन                        बहु वचन

उ०पु       ओड़अ:इञ लेल केदा।    ओड़अ: लङ/लिङ लेलकेदा।    ओड़अ: ले/बु लेलकेदा।

             (मैंने घर देख लिया)        (हम दोनों ने घर देख लिया)       (हम लोगों ने घर देख लिया)

 

म०पु०   ओड़अ:म लेल केदा।         ओड़अ:बेन लेल केदा।           ओड़अ: पे लेल केदा।

           (तुमने घर देख लिया)       (तुम दोनों ने घर देख लिया)     (तुम लोगों ने घर देख लिया)

 

अ०पु   ओड़अ:ए: लेल केदा।        ओड़अ:किन/किङ लेल केदा।   ओड़अ:को लेल केदा।

          (उसने घर देख लिया)      (उन दोनों ने घर देख लिया)       (उन लोगों ने घर देख लिया)

विकल्‍प –

कर्म    +    ति‍/ते   +    व्‍य० सर्व०   +   जना।

ओड़अ:   +  ति/ते   +   अइञ्       +    जना।

पुरुष            एक वचन               द्वि वचन                          बहु वचन

उ०पु०     ओड़अ: तीइञ् जना।    ओड़अ: तेलङ/तेलिङ जना।  ओड़अ: तेले/तेबु जना।

           (मैं घर चला गया)            (हम दोनों घर चले गये)        (हम लोग घर चले गये)

 

म०पु०  ओड़अ: तेम जना।        ओड़अ: तेबेन जना।            ओड़अ: तेपे जना।

         (तुम घर चले गये)         (तुम दोनों घर चले गये)      (तुम लोग घर चले गये)

 

अ०पु०  ओड़अ: तीअ।           ओड़अ: तिकिन जना।       ओड़अ: तेकोअ/तेको जना।

          (वह घर चल गया)      (वे दोनों घर चले गये)       (वे लोग घर चले गये)

 

२ . हलि होलामन बेड़ा ( तात्‍कालिक भूत काल ) :- ओकोअ: ते उदम सेनों: जन दिपिलि रे सेसेन तन गेअ: रअ: मुंडि नमो: तना, एना हलि होलामन बेड़ा कजिओ: तना। ने बेड़ा रअ: मुंडि गनतिन “तन तइकेना, ओड़ो: जद् तइकेना” ते नमो: तना।

(जिस से भूत काल में काम आरम्‍भ होकर चलते रहते रहने का बोध होता है, उसे तात्‍कालिक भूत काल कहते है। इस काल का बोध “तन तइकेना” और “जद् तइकेना” आस्‍पद् के द्वारा होता है।)

क्रि०   +   तन    +    व्‍य० सर्व०   +    तइकेना ।

सेनो:   +   तन     +  अइञ्        +     तइकेना।

पुरुष           एक वचन                                       द्वि वचन                          बहु वचन

उ०पु०     सेन/सेनो: तनेइञ तइकेना।    सेन/सेनो: तनलिङ/लङ तइकेना।    सेन/सेनों: तन ले/बु तइकेना।

                (मैं जा रहा था)                   (हम दोनों जा रहे थे)                        (हम लोग जा रहे थे)

 

म०पु   सेन/सेनो: तनेम  तइकेना।           सेन/सेनो: तनकिन तइकेना।         सेन/सेनो: तन पे तइकेना।

         (तुम जा रहा था)                        (तुम दोनों जा रहे थे)                      (तुम लोग जा रहे थे)

 

अ०पु०   सेन/सेनो: तनए: नइकेना।       सेन/सेनो: तनकिन तइकेना।         सेन/सेनो: तन को तइकेना।

           (वह जा रहा था)                      (वे दोनों जा रहे थे )                      (वे लोग जा रहे थे)

 

कर्म     +    व्‍य० सर्व०    +    क्रि०       +   आस्‍पद्

मंडि     +   अइञ          +   जोम       +    तन् तइकेना।

पु‍रुष           एक वचन                            द्वि वचन                                       बहु वचन

उ०पु०       मंडिइञ् जोम तन तइकेना।     मंडिलिङ/लङ जोमतन तइकेना।    मंडिले/बु जोमतन तइकेना।

             (मैं खाना खा रहा था)                (हम दोनों खाना खा रहे थे)            (हम लोग खाना खा रहे थे)

 

म०पु०   मंडिम जोम तन नइकेना।        मंडिबेन जोम तन तइकेना।            मंडि जोम तन तइकेना।

           (तुम खाना खा रहा था)            (तुम दोनों खाना खा रहे थे)            (तुम लोग खाना खा रहे थे)

 

अ०पु    मंडिए: जोम तन तइकेना।      मंडिकिन जोमतन तइकेना।           मंडिको जोम तन तइकेना।

          (वह खाना खा रहा था)            (वे दोनों खाना खारहे थे)               वे लोग खाना खा रहे थे)

 

३ . होबाजन होलामन बेड़ा ( आसत्र भूत काल ) :- ओकोअ ते उदम सेनों: जन दिपिलि रे एटे: जनते हुड़िङ खोन सिदा रे चबाजन रअ: मुंडि नमों: तना, एना होबाजन होलामन बेड़ा कजिओ: तना। ने बेड़ा रअ: मुडि गनतिन “अकदा, अकना, अकअ:इअ, तद ओड़ो: कि:अ” ते नमों: तना।

( जिस से क्रिया श्राूत काल में आरम्‍भ होकर कुछ समय मूर्ण्‍ समाप्‍त होने का बोध होता है, उसे आसत्र भूत काल कहते हैं। इस काल का बोध “अकद, अकना, अकअ:इअ, तदा और कि:अ” आस्‍पद् के द्वारा होता है)

क्रि०    +     आस्‍पद्      +  व्‍य० सर्व०

जोम    +    अकदा        +  अइञ

पुरुष          एक वचन                   द्वि वचन                            बहु वचन

उ०पु०     मंडिइञ जोमाकदा।      मंडिलिङ/लङ जोमाकदा।    मंडि ले/बु जोमाकदा।

             (मैंने खाना खाया है)      (हम दोनों ने खाना खाया है)   (हम लोगों ने खाना खाया है)

 

म०पु०   मंडिम जोमाकदा।          मंडिबेन जोमाकदा।           मंडिपे जोमाकदा।

          (तुमने खाना खाया है)      (तुम दोनों ने खाना खाया है) (तुम लोगों ने खाना खाया है)

 

अ०पु०   मंडिए: जोमाकदा।        मंडिकिङ/किन जोमाकदा।   मंडिको जोमाकदा।

           (उसने खाना खाया है)    (उन दोनों ने खाना खाया है)   (उन लोगों ने खाना खाया है)

 

४ . होबाजन होलामन बेड़ा ( पूर्ण भूत काल ) :- ओकोअ ने उदम सेनों: जन दिपिलि रे पुराकल रअ: मुंडि नमों: तना, एना होबाकन होलामन बेड़ा कजिओ: तना। ने बेड़ा रअ: मुंडि उदुब् गनतिन “केना, लेना, लअ:, लि:अ ओड़ो: लेदा” तनअ:।

( जिससे क्रिया का पूर्व में पूरा होने का बोध होता है, उसे पूर्ण भूत काल कहते हैं। इस काल का बोध “केना, लेना, लअ: ओड़ो: लेदा” के द्वारा होता है )

क्रि०   +   आस्‍पद्   +    व्‍य० सर्व०

सेन     +  केन       +     अइञ्

पुरुष         एक वचन            द्वि   वचन               बहु वचन

उ०पु०     सेनकेनाइञ्।        सेनकेनालङ/लिङ।    सेनकेना ले/बु।

            (मैं गया था)           (हम दोनों गये थे)        (हम लोग गये थे)

 

म०पु०   सेनकेनाम ।           सेनकेना बेन।              सेनकेनापे।

           (तुम गये थे)           (तुम दोनों गये थे)        (तुम लोग गये थे)

 

अ०पु०  सेन्केनाए:।          सेनकेना किन।             सेनकेनाको।

           (वह गया था)      (वे दोनों गये थे)           (वे लोग गये थे)

 

कर्म   +    व्‍य०  सर्व     +   क्रि०   +  आस्‍पद्

राँची    +  अइञ        +   सेन      +  केना

पुरुष      एक वचन                  द्वि वचन                        बहु वचन

उ०पु०    राँचीइञ् सेन केना।    राँचीलङ/लिङ सेनकेना।    राँचीले/बु सेनकेना।

           (मैं राँची गया था)         (हम दोनों राँची गये थे)      (हम लोग राँची गये थे)

 

म०पु०   राँचीम सेन केना।       राँची बेन सेनकेना।            राँचीपे सेनकेना।

         (तुम राँची गये थे)        (तुम दोनों राँची गये थे)      (तुम लोग राँची गये थे)

 

अ०पु०   राँचीए: सेन केना।    राँची किङ/किन सेन केना।   राँची को सेनकेना।

           (वह राँची गया था)       (वे दोनों राँची गये थे)        (वे लोग राँची गये थे)

पहले कज‍ि :- “लअ:” का जीअन मेता रे ओड़ो: लि:अ “जीअन मेता रे उदम लोओ: ते जोटोगो: तना।

( आस्‍पद् “लअ: अप्राणीवाचक संज्ञा में और “लि:अ” प्राणी वाचन संज्ञा में क्रिया के साथ जोड़ा जाता है )

 

  . होबा अयर लेन होलामन बेड़ा ( पूर्व पूर्ण कालिक भूत काल ) :- आकोअ: ते उदम सेनों: जन दिपिलि रे होबा सिदा लेन  रअ: मुंडि नमों: तना, एना होबा अयर लेन होलामन बेड़ा‍ कजिओ: तना। नेअ: रअ: मुंडि “अकद तइकेना” ते नमों: तना।

( जिससे भूत काल में किसी क्रिया का पूर्व में ही हो चुकने का बोध होता है, उसे पूर्व पूर्ण कालिक भूत काल कहते हैं। इस काल का बोध “अकद् तइकेन” आस्‍पद् के द्वारा होता है।)

 

क्रि०    +    आस्‍पद्     +   व्‍य० सर्व    +   तइकेना

जोम   +     अकद्        +   अइञ     +     तइकेना।

पुरुष          एक वचन                   द्वि वचन                              बहु वचन

उ०पु०     जोमाकदेइञ् तइकेना।    जोमाकदलङ/लिङ तइकेना।    जोमाकद्ले/बु तइकेना।

              (हम खाये हुए थे )          (हम दोनों खाये हुए थे)             (हम लोग खाये हुए थे)

 

म०पु०   जोमाकदेम तइकना।        जोमाकदबेन तइकेना।            जोमाकद्पे तइकेना।

           (तुम खाये हुए थे)             (तुम दोनों खाये हुए थे)            (तुम लोग खाये हुए थे)

 

अ०पु०   जोमाकदम तइकेना।     जोमकदकिङ/किन तइकेना।      जोमाकदको तइकेना।

           (वह चााया हुआ था)        (वे दोनों खाये हुए थे)                 (वे लोग खाये हुए थे)

 

कर्म     +     व्‍य०  सर्व०       +     क्रि०      +      आस्‍पद्       +        तइकेना।

मंडि     +     अइञ             +   जोम         +    अकद्         +      तइकेना।

पुरुष        एक वचन                             द्वि वचन                                        बहु वचन

उ०पु०     मंडिइञ् जोमाकद तइकेना।     मंडिलिङ/लङ जोमाकद तइकेना।      मंडिले/बु जोमाकद् तइकेना।

           (हम खाना खाये हुए थे)             (हम दोनों खाना खाये हुए थे)                (हम लाग खाना खाये हुए थे)

 

म०पु०    मंडिम जोमाकद् तइकेना।      मंडिबेन जोमाकद तइकेना।                 मंडिपे जोमाकद् तइकेना।

          (तुम खाना खाये हुए थे)          (तुम दोनों खाना खाये हुए थे)                  (तुम लोग खाना खाये हुए थे)

 

अ०पु०   मंडिए जोमाकद् तइकेना।    मंडिकिङ/किन जोमाकद् तइकेना।       मंडिपे जोमाकद् तइकेना।

           (वह खाना खाया हुआ था)     (वे दोनों खाना खाये हुए थे)                 (वे लोग खाना खाये हुए थे)

 

3 . गपामन बेड़ा ( भविष्‍यत् काल )

ओकोअते उदम हिजु: तन दिपिलि रे होबाओ: रअ: मुंडि नमों: तना, एना गपामन बेड़ा कजिओ: तना।

( जिस से क्रिया का आने वाले समय में होने का बोध हो, उसे भविष्‍यत् काल कहते हैं।)

चिल्‍का ( जैसे ) :-

सेनाइञ/सेनो:अइञ/सेनोगाइञ । ( मैं जाऊँगा।)

 

गपामन बेड़ा ओड़ो: बरतअ: रे हटिङाकना :-

१ . सोंगड़ा गपामन बेड़ा ( सामान्‍य भविष्‍यत् काल )

२ . होबा सोंजोको: गपामन बेड़ा ( सम्‍भाव्‍य भविष्‍यत् काल )

 

१ . सोंगड़ा गपामन बेड़ा ( सामान्‍य भविष्‍यत् काल ) :- ओकोअ ते उदम हिजु: तन दिपिलि रे होबाओ: रअ: मुंडि नमों: तना, एना सोंगड़ा गपामन बेड़ कजिओ: तना।

( जिस से क्रिया का आने वाले समय में होने का बोध हो, उसे सामान्‍य भविष्‍यत् काल कहते हैं।)

 

क्रि०    +    व्‍य० सर्व०

सेन      +    अइञ्

पुरुष         एक वचन                       द्वि वचन                                    बहु वचन

उ०पु०     सेनाइञ्/सेनों: अइञ।     सेनालिङ/लङ,सेनों: अलिङ।       सेनाले/बु, सेनो:अले/अबु।

           (मैं जाऊँगा)                    ( हम दोनों जायेंगे)                      (हम लोग जायेगे)

 

म०पु०   सेनाम/सेनो:अम:।            सेनाबेन/सेनो:अबेन।                  सेनापे/सेनो:अपे।

           (तुम जाओगे)                    (तुम दोनों जाओगे)                  (तुम लोग जाओगे)

 

अ०पु०   सेनाए:/सेनो:अए:।   सेनाकिङ/किन, सेनो:अकिङ/अकिन।  सेनाको/सेनो:अको।

            (वह जायेगा )         ( वे दोनों जायेगे )                              ( वे लोग जायेंगे )

 

कर्म    +     व्‍य० सर्व    +    क्रि०

राँची   +     अइञ        +    सेना

पुरुष     एक वचन                                 द्वि वचन                                         बहु वचन

उ०पु०    राँचीइञ् सेना/सेनों: अ/सेनोगा।   राँची लिङ/लङ सेना/सेनो:अ/सेनोगा।    राँचीले/बु सेना/सेनो:अ/सेनोगा।

            ( मैं राँची जाऊँगा)                     (हम दोनों राँची जायेंगे )                        (हम लोग राँची जायेंगे)

 

म०पु०    राँचीम सेना/सेनो:अ/सेनोगा।     राँचीकिङ/किन सेना/सेनो:अ/सेनोगा।      राँचीपे सेना/सेनो:अ/सेनोगा।

           (तुम राँची जाओगे)                   (तुम दोनों राँची जाओगे)                         (तुम लोग राँची जाओगे)

 

अ०पु०     राँचीए: सेना/सेना:अ/सेनोगा।   राँची किङ/किन सेना/सेनो:अ/ सेनोगा।    राँची को सेना/सेनो:अ/सेनोगा।

             (वह राँची जायेगा)                   (वे दोनों राँची जायेंगे)                              (वे लोग राँची जायेंगे)

 

विकल्‍प :-

कर्म    +    ती/ते      +     व्‍य० सर्व०

राँची     +   ती          +    इञा

पुरुष          एक वचन                   द्वि वचन              बहु  वचन

उ०पु०     राँची तीइञा।        राँची तेलिङा/तेलङा।     राँची तेलेअ/तेबुअ।

          (मैं राँची जाऊँगा)     (हम दोनों राँची जायेंगे)       (हम लोग राँची जायेंगे)

 

म०पु०   राँची तेमा।              राँची तेबेना।                  राँची तेपेअ।

          (तुम राँची जाओगे)   (तुम दानों राँची जाओगे)   (मुम लो राँची जाओगे)

 

पहमे कजि :-  एटए: नि: रअ: मिद्, बर ओड़ो: इसु सकम रे बकंड़ा रेअ: मुटन का नमो: तना।

 ( अन्‍य पुरुष एक वचन, द्विवचन और बहु वचन में इसके वाक्‍य रूप नहीं मिलते हैं।)

 

२ . होबा सोंजको: गपामन बेड़ा ( संभाव्‍य भविष्‍यत् काल ) :- ओकोअ ते उदम हिजु:तन बेड़ा रे होबा सोंजको: रअ: मुंडि नमों तना, एना होबा सोंजको: गपामन बेड़ा कजिओ: तना।

( जिस से क्रिया से संभावता होने वाले समय का बोध होता है, उसे संभाव्‍य भविष्‍यत् काल कहते हैं)

क्रि०   +   व्‍य० सर्व०    +    आस्‍पद्

नम   +     अइञ       +   जाअ:।

पुरुष      एक वचन                  द्वि वचन                        बहु वचन

उ०पु०    नमे अइञ जाअ:।    नमेअलिङ/अलङ जाअ:।    नमेअले/अबु जाअ:।

          (शायद मैं पाऊँगा)      (शायद हम दोनों पायेंगे)      (शायद हम लोग पायेंगे)

 

म०पु०  नमेअम जाअ:।          नमेअगेन जाअ:।               नमे अपे जाअ:।

        (शायद तुम पाओगे)    (शायद तुम दोनों  पाओगे)    (शायद तुम लोग पाओगे)

 

अ०पु०   नमे अए: जाअ:।     नमे अकिङ/अकिन जाअ:।   नमे अको जाअ:।

           (शायद वह पाएगा)  (शायद वे दोनों पाएँगे)         (शायद वे लोग पाएँगे)

 

क्रि०     +    व्‍य० सर्व०     +   क्रि०  +  आस्‍पद्

राँची      +   अइञ       +     नमेअ   +  जाअ:

पुरुष       एक वचन                 द्वि  वचन                             बहु वचन

उ०पु०   राँचीइञ नमेअ जाअ:।   राँची लिङ/लङ नमेअ जाअ:।   राँची ले/बु नमेअ जाअ:।

         (शायद मैं राँची पाऊँगा)   (शायद हम दोनों राँची पायेंगे)   (शायद हम लोग राँची पायेंगे)

 

म०पु०  राँचीम नमेअ: जाअ:।      राँची बेन नमेअ जाअ:।            राँचीपे नमेअ जाअ:।

        (शायद तुम  राँची पाओगे) (शायद तुम दोनों राँची पाओगे) (शायद तुम लोग राँची पाओगे)

 

अ०पु०  राँचीए: नमेअ जाअ:।      राँची किङ/किन नमेअ जाअ:।    राँची को नमेअ जाअ:।

         (शायद वह राँची पाएगा)  (शायद वे दोनों राँची पायेंगे)       (शायद वे लोग राँची पायेंगे)