उदम गमनङ

( क्रिया विशेषण )

उदम रेअ: मइन अदुब्तन टुङको उदम गमनङ कजिओ: तना।

( क्रिया की विशेषण बताने वाले शब्‍दों को क्रिया विशेषण कहते हैं )

चिल्‍का ( जैसे ) :-

१ . नाअ:गे हिजु:मे ।

( तुम अभी आओ )

२ . गपाए: सेनो:अ ।

( वह कल जायेगा )

ने बरन बकंड़ा रे “हिजु:” ओड़ो: “सेनो:” मिमियद् उदम तनअ:। उदम रेअ: मइन सिदा बकंड़ा रे “नाअ:” ओड़ो: तयोम बकंड़ा रे “गपा” टुङ ते अदुबो: तान। एना मेन्ते “नाअ:” ओड़ो: “गपा” उदम गमनङ टुङकिङ तनअ:।

( उपर के दोनों वाक्‍यों में “हिजु:” और “सेनो:” दो क्रियाऍं हैं । दोनों क्रियाओं की विशेषता प्रथम वाक्‍य में “नाअ:” और दूसरे वाक्‍य में “गपा” शब्‍द के द्वारा अभिव्‍यक्‍त किया गया हैं । इसलिए “नाअ:” और “गपा” क्रिया विशेषण के शब्‍द हैं ।)

 

उदम गमनङ रेअ: हनटिङ

( क्रिया विशेषण के भेद )

उदम गमनङ उपुन तअ: रे हटिङाकना :-

1 . टयद् उदुब् उदम गमनङ (स्‍थान वाचक क्रिया विशेषण)

2 . बेड़ा उदुब् उदम गमनङ (काल वाचक क्रिया विशेषण)

3 . नापि उदुब् उदम गमनङ (परिमाण वाचक क्रिया विशेषण)

4 . मुंड‍ि उदुब् उदम गमनङ (रीति वाचक क्रिया विशेषण)

 

1 . टयद् उदुब्  उदम गमनङ ( स्‍थान वाचक क्रिया विशेषण)

उदम रिकाओ: रेअ: टयद् उदुब्तन टुङाको टयद् उदुब् उदम गमनङ कजिओ: तना ।

( क्रिया के करने या होने के स्‍थान का बोध कराने वाले शब्‍द को स्‍थान वाचक क्रिया विशेषण कहते हैं ।)

चिल्‍का ( जैसे) :-

अयर (आगे)             अयर-तयोम (आगे-पीछे)

तयोम (पीछे)            तयोम-अयर (पीछे-आगे)

चेतन (ऊपर)           चेतन-लतर (ऊपर-नीचे)

लतर (नीचे)             लतर-चेतन (नीचे-ऊपर)

बहर (बाहर)            बहर- बितर (बाहर-अन्‍दर)

बितर(अन्‍दर)           बितर-बहर (अन्‍दर-बाहर)

नड़े: (निकट)           नड़े:-नड़े: (निकट-निकट)

परका (दूर)             परका-परका (दूर-दूर)

 

2 . बेड़ा उदूब् उदम गमनङ ( काल वाचक क्रिया विशेषण )

उदम रिकाओ: च होबाओ: रेअ: बेड़ा उदुब्तन टुङको बेड़ा उदुब् उदम गमनङ कजिओ: तना।

( क्रिया के करने या होने के काल का बोध कराने वाले शब्‍द को काल वाचक क्रिया विशेषण कहते हैं ।)

चिल्‍का ( जैसे ) :-

तिसिंङ (आज)            जनव (रोज)

गपा (आने वाला कल)   जउ (रोज)

मेयङ (परसों)             दिमसि (रोज)

नाअ: (अभी)               सिदा (पहले)

नाएके (बाद में)          तयोमते (पीछे)

लिका (बाद में)           निमिर (आज कल)

नेअ: (थोड़ी देर पहले) मा (गत वर्ष)

खनेसा (बार-बार)      खलोम (अगामी वर्ष)

 

3 . नापि उदुब् उदम गमनङ ( परिमाण वाचक क्रिया विशेषण )

उदम रिकाओ: च होबाओ: रेअ: नापि उदुब्तन टुङको तापि उदुब् उदम गमनङ कजिओ: तना ।

( क्रिया के करने या होने के परिमाण का बोध कराने वाले शब्‍द को परिमाण वाचक क्रिया विशेषण कहते हैं ।)

चिल्‍का ( जैसे) :-

कटि: लेका (थोड़ा-सा)               हंबल (भारी)

हुड़िङ लेका (थोड़ा-सा)             रबल (हल्का)

बेटेकन (खूब)                          मरङ (बड़ा)

पुरअ: (बहुत)                          हु‍ड़ि‍ङ‍ (छोटा)

बराबरि: (बराबर)                     इमिनङ (उतना)

टटका (बिलकुल)                    चिमिनङ (कितना)

अमिनङ (उतना)                    निमिनङ (इतना)

 

मुंडि उदुब् उदम गमनङ ( रीति वाचक क्रिया विशेषण)

उदम रिकाओ: च होबओ: रेअ: मुंडि च जुगुतु उदुब्तन टुङको मुंडि उदुब् उदम गमनङ कजिओ: तना।

( क्रिया के करने या होने की रीति का बोध ाराने वाले शब्‍द को रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं ।)

चिल्‍का (जैसे) :-

नेका (इस तरह)                    ने लेका (इस तरह)

हेनका (उस तरह)                 एन लेका (उस तरह)

चिल्‍का (किस तरह)              जॉ लेका (किसी तरह)

चिकाते (कैसे)                      चिका लेका (किस तरह)

मंड़ि‍ते (धीरे से)                    सेकेड़ा (जल्‍दी)

लेल जद्ते (देखते हुए)          बद्ते (जबरदस्‍ती)