सम रिनिका उदम ( सकर्मक क्रिया ) :-

ओको उदम रेअ: असर रिनिका रे टोगो: तनाएना सम रिनिका उदम कजिओ: तना ।

( जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़ता हैंउसे सकर्मक क्रिया कहते हैं )

चिल्‍का ( जैसे ):-

१.    उलिए जोमतना ।

( वह आम खा रहा है )

२.    दअ:इञ् नू तना ।

( मैं पानी पी रहा हूँ ।)

चेतन रेअ: सिदा बकंड़ा रे “ जोम ” ओड़ो: तयोम बकंड़ा रे “ नू ” उदम तनअ: । उदम रअ: असर सिदा बकंड़ा रे “ उलि ” ओड़ो: तयोम बकंड़ा रे “दअ: ” रे रितागे लेलो:तना । एना मेन्ते ने बरन बकंड़ा रेअ: दउमसम रिनिका उदम कजिओ: तना।

ऊपर के प्रथम वाक्‍य में “ जोम ” और दूसरे वाक्‍य में “ नू ” क्रिया है । क्रिया का असर प्रथम वाक्‍य में “ उलि ” और वाक्‍य में “ दअ: ” में स्‍पष्‍ट दिखाई देता है । इसलिए दोनों वाक्‍यों की क्रियाऍं सकर्मक क्रिया है । )